संतरे की खेती: लागत, लाभ और संपूर्ण जानकारी | संतरे की खेती कैसे करें || कितना खर्च || एक एकड़ में कितना लाभ || Commercial Orange Farming in india | संतरे की खेती | Santre ki kheti | Orange farming | santra ki kheti kaise karen | orange fruit | संतरा की वैज्ञानिक खेती | Santra ki kheti | Orange farming | Santre ki kheti kaise karen | संतरे की खेती से लाखो की कमाई , Orange Farming संतरे की खेती कैसे शुरू करें Santre ki kheti |
संतरे की खेती भारत में एक अत्यंत लाभकारी व्यवसाय है, जिसे उचित देखभाल और प्रबंधन के साथ अपनाने से किसान भईयो को अच्छा मुनाफा मिल सकता है। यह एक व्यावसायिक फसल है जो पूरे देश में उगाई जाती है। इस लेख में, हम संतरे की खेती के प्रमुख पहलुओं, लागत, और एक एकड़ में संभावित लाभ के बारे में विस्तार से चर्चा किये है।

मिट्टी और जलवायु
संतरे की खेती के लिए अच्छी-ख़ासी जल निकासी वाली जगह होनी चाहिए,दोमट मिट्टी या बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है। इस मिट्टी में संतरे के पेड़ अच्छी तरह से विकसित होता हैं और अधिक उत्पादन देता हैं। मिट्टी का पीएच मान(PH) 6.0 से 7.0 के बीच होना चाहिए, ताकि पौधों को सभी आवश्यक पोषक तत्व मिल सकें।
जलवायु आवश्यकताएँ:
- संतरे के पौधे गर्म और आर्द्र जलवायु में बेहतर उगता हैं।
- 15°C से 30°C के बीच का तापमान इसके लिए आदर्श माना जाता है।
- अत्यधिक ठंड और पाले से बचाने के लिए विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है।
पौधारोपण का समय
संतरे के पौधों को लगाने का सही समय उनकी वृद्धि और उत्पादन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है।
- गर्मियों के मौसम में: जून-जुलाई का समय सर्वोत्तम रहता है।
- सर्दियों के मौसम में: फरवरी-मार्च के महीने में रोपण करना उचित समय होता है।
इस समय रोपण करने से पौधों को अच्छी पैदवार और अनुकूल परिस्थितियाँ मिलती हैं।
पौधों की संख्या और दूरी
संतरे के पौधों को उचित दूरी पर लगाने से उनके विकास में सहूलियत मिलती है।
- सामान्य दूरी: 20 x 20 फीट (6 x 6 मीटर) पर पेड़ लगाए |
- प्रति एकड़ में पौधे: लगभग 109 पेड़ लगाए जा सकते हैं।
- यदि उच्च घनत्व वाली खेती की जाए तो पौधों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
लागत और लाभ का विश्लेषण
संतरे की खेती में लागत और लाभ कई कार्य पर निर्भर करता है, जिनमें भूमि की तैयारी, पौधों की खरीद, सिंचाई, खाद, कीटनाशक, और श्रम शामिल हैं।
लागत विवरण (प्रति एकड़):
खर्च का प्रकार | अनुमानित लागत (रुपयों में) |
भूमि की तैयारी | 10,000 – 15,000 |
पौधों की खरीद | 20,000 – 30,000 |
सिंचाई प्रणाली | 15,000 – 20,000 |
खाद और उर्वरक | 10,000 – 15,000 |
कीटनाशक और देखभाल | 8,000 – 10,000 |
श्रम लागत | 10,000 – 20,000 |
कुल अनुमानित लागत | 73,000 – 110,000 |
उत्पादन और संभावित लाभ:
- एक पूर्ण विकसित संतरे के पेड़ से 100 से 150 किलोग्राम(Kg) फल प्राप्त हो सकते हैं।
- एक एकड़ में 10,000 से 15,000 किलोग्राम(Kg) संतरे का उत्पादन हो सकता है।
- बाजार में संतरे का थोक मूल्य 30 से 40 रुपये प्रति किलोग्राम(Kg) होता है।
- इस प्रकार, एक एकड़ से 2 लाख से 6 लाख रुपये तक की आय संभव है।
नोट: लाभ विभिन्न कारकों जैसे कि बाजार मूल्य, के उत्पादन लागत, और कृषि प्रथाओं के अनुसार बदल सकता है।
संतरे की खेती में देखभाल और रखरखाव
संतरे की खेती में अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए नियमित देखभाल और सही कृषि तकनीकों का पालन करना बहुत आवश्यक है।
सिंचाई प्रबंधन:
- गर्मियों में 7-10 दिनों में एक बार सिंचाई जरूर करें।
- सर्दियों में 15-20 दिनों में एक ही बार सिंचाई की आवश्यकता होती है।
- टपक सिंचाई (ड्रिप इरिगेशन) से जल की बचत होती है और पौधों को आवश्यकतानुसार पानी मिलता रहती है।
खाद एवं उर्वरक प्रबंधन:
- संतरे के अच्छे उत्पादन के लिए जैविक खाद (गोबर खाद, वर्मीकंपोस्ट) का उपयोग जरूर करें।
- नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश की संतुलित मात्रा जरूर दें।
- मृदा परीक्षण करवाकर आवश्यक उर्वरकों का उपयोग करें।
रोग और कीट नियंत्रण:
- सिट्रस कैंकर: प्रभावित शाखाओं को काटकर नष्ट करें और कॉपर ऑक्सीक्लोराइड का छिड़काव जरूर करें।
- सिट्रस ग्रीनिंग: रोगग्रस्त पौधों को हटा दें और नीम तेल का छिड़काव जरूर करें।
- संतरे की मक्खी: फलों की सतह पर सुराग करके नुकसान पहुंचाती है, इसके लिए जैविक कीटनाशकों का उपयोग करें।
संतरे की तुड़ाई और व्यापार
संतरे की तुड़ाई सही समय पर करने से उसकी गुणवत्ता और बाजार में मांग बढ़ती है।
- फलों को तब तोड़ें जब वे पूरी तरह से विकसित और चमकीले रंग के हो जाएं।
- अधिक समय तक स्टोरेज के लिए फलों को ठंडे स्थान पर ही रखें।
- स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में संतरे की अच्छी क़ीमत होती है।
- प्रोसेसिंग उद्योगों, जूस बनाने वाली बड़े कंपनियों और बड़े व्यापारियों को सीधे बिक्री कर सकते हैं।
निष्कर्ष
संतरे की खेती एक लाभदायक व्यवसाय है, जो सही कृषि तकनीकों, उचित प्रबंधन और देखभाल से किसानों को अच्छी आमदनी दे सकती है। हालांकि, सही जानकारी, लागत का सही अनुमान और बाज़ार की स्थिति को समझकर खेती करने से ही अधिक मुनाफा संभव है।
यदि आप संतरे की खेती करना चाहते हैं, तो पहले स्थानीय कृषि विशेषज्ञों और अनुभवी किसानों से सलाह लेना न भूलें।