ISRO ने लगाया गंगासागर में चलने वाले जहाजों पे अपनी नई टेक्नोलॉजी | 5 Steps में जाने क्या है मामला 

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समुंद्री कोहरे में भटके कई छोटे जहाज तब ISRO ने लगाया गंगासागर में चलने वाले जहाजों पे अपनी नई टेक्नोलॉजी | 5 Steps में जाने क्या है मामला 

आज- कल गंगासागर में पर्यटक का भीड़ उमरा पड़ा है, और वही ठंड के कारण समुंदर और उसके आस पास के नदियों में कोहड़ा बहुत हो रहा है इस कारण से स्टीमर अपने रास्ते भटक जा रहे है।

जिस कारण अभी तक कितने पर्यटक परेशान हो रहे है। इसलिए सुरक्षा के लिए इसरो ने विकसित की नेवआइसी टेक्नोलाजी, जिससे स्टीमरों की निगरानी में होगा बदलाव और अब नही भटकेंगे अपने रास्ते। छोटे नाविक व्यापारियों के साथ है अपने देश का ISRO.

ISRO's new devices installed in more than 30 steamers of Gangasagar picture

गंगासागर Ship के सटीक नेविगेशन के लिए सैटलाइट नेटवर्क का प्रयोग 

इस तकनीक के तहत सात सैटलाइट्स और ग्राउंड स्टेशन का नेटवर्क स्टीमरों को गंगासागर में सही मार्ग पर ले जाने में करेगा मदद। जिससे स्टीमर अपने रास्ते भूल नही पायेंगे।

गंगासागर में घने कोहरे में भटकने वाले स्टीमरों की सटीक निगरानी से उनकी वर्तमान स्थिति पर नजर रखी जा सकेगी। और उन्हें वर्चुअल मदद पहुंचाई जायेगी और ज्यादा दिक्कत लगी तो तत्काल टीम को भेजा जाएगा।

अभी कुछ दिन पहले ISRO द्वारा लगाए नए टेक्नोलोजी को समझने के लिए स्टीमरों के चालकों को इस डिवाइस का प्रशिक्षण दिया गया है, जिससे वे इसका सही तरीके से उपयोग कर सकें।

ISRO का New Technology घने कोहरे में भी स्टीमरों की मदद कर सकेगा

डिवाइस के साथ गंगासागर में घने कोहरे में भी स्टीमरों की सुरक्षा की जा रही है, जिससे चालकों को आसानी से मार्ग पता चलेगा। इसके बड़े में पूरी तरह से पता तो नही लगा है पर इतना जरूर पता चला है की यह सैटेलाइट के माध्यम से आप के अक्षांतर और देसांतर से आपके स्थिती का पता लगाएगा। और आपकी मदद करेगा।

गंगासागर के 30 से अधिक स्टीमरों में लगाए गए ISRO के नए डिवाइस

मकरसक्रांति के मेले के दिन बहुत से पर्यटक घूमने आते है जिन्हे नदी पार करके उस पर जाना परता है पर उस वक्त कोहरे का कहर रहता है और नदी का रास्ता सही से दिखाई नही देता। इस लिए इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत 30 से अधिक स्टीमरों में इसरो के टीम ने इस नई तकनीक के डिवाइस को लगाए हैं, जो सुरक्षा को मजबूती से आगे बढ़ाएगा और स्टीमर के चालक का मदद करेगा।

और कुछ विशेष बदलाव किए गए है। विशेष फॉग लाइट का उपयोग किया गया है। जो स्टीमरों को घने कोहरे में भी दूर तक दिखने में मदद करेगा, जो सुरक्षा की नजर से बहुत बढ़िया है।

ISRO's new devices installed in more than 30 steamers of Gangasagar

ISRO की तकनीक: गंगासागर मेला के लिए विशेष सुरक्षा

इसरो की नई तकनीक ‘नेवआइसी टेक्नोलाजी’ का प्रयोग गंगासागर मेले में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा प्रदान करने के लिए किया जा रहा है, जिससे उनका यात्रा सुरक्षित और संवेदनशील रहे और अगले साल भी पर्यटक का मार्ग खुला रहे। इसलिए अभी सिर्फ 30 पानी जहाजों में लगाए गए है।

अगर आवश्यकता पड़ी तो और जहाजों में इसको लगाया जायेगा।

FAQ 

  • गंगासागर मेले में स्टीमरों को कैसी समस्या हो रही थी की ISRO को मदद के लिए आना पड़ा?

    स्टीमरों को घने कोहरे के कारण सही मार्ग पर नहीं जा पा रहे थे और सेवा को बार बार बंद करना पर रहा था, जिससे यात्रीगण को परेशानी हो रही थी। इसलिए इसरो ने इस समस्या को देखते हुए अपने न्यू डिवाइस को इसमें इस्टॉल किया। जिसका नाम है नेवआइसी टेक्नोलॉजी ।

  • ISRO ने गंगासागर में कोहरे के समस्या का समाधान कैसे प्रस्तुत किया है?

    ISRO ने ‘नेवआइसी टेक्नोलॉजी’ विकसित की है, जिससे स्टीमरों को सही मार्ग पर ले जाने में मदद होगी और यात्रीगण को सुरक्षित यात्रा का आनंद मिलेगा। जिसे गंगासागर के स्टीमरो के स्टीमर में लगाया गया है।
    ISRO ने स्टीमर चालकों को नई तकनीक का प्रशिक्षण दिया है, ताकि वे इसे सही तरीके से उपयोग कर सकें और सुरक्षा में मदद कर सकें।

  • नेवआइसी टेक्नोलॉजी का कैसे इस्तेमाल होगा?

    इस तकनीक में सात सैटलाइट्स और ग्राउंड स्टेशन का नेटवर्क स्टीमरों को सही मार्ग पर ले जाने में मदद करेगा, जिससे उन्हें भटकने से बचाया जा सकेगा।

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